गांधीजी के अनमोल वचन | महात्मा गाँधी के अनमोल विचार | महात्मा गाँधी थॉट इन हिंदी | :- महात्मा गांधी हमारे देश के राष्ट्रपिता हैं। जिन्हें हम बहुत ही प्रेम से बापु बोल कर कर संबोधित करते हैं। जिन्होंने सत्य और अहिंसा के मार्ग पर चलते हुए ही देश को 200 वर्षों की गुलामी से आजादी दिलाई। वह हमारे देश को आजादी दिलाने वाले एक नेता ही नहीं थे बल्कि वह एक निष्काम कर्मयोगी, सच्चे अर्थों में वह एक महापुरुष और युगपुरुष थे।
हमें हमारी जिंदगी में बहुत से उतार चढ़ाव देखने को मिलते हैं और मन को भी शांत करने के लिए हमें लोगों से सीख लेने की बहुत आवश्यकता पड़ती है। ऐसे में महापुरुषों के आदर्श हमारे बहुत काम आते हैं। जिन के नक्शे कदम पर चल कर हम हमारी जिंदगी के राहों को आसान बना सकते हैं आज हम आपको GandhiJi Ke Anmol Vachan बताए गए उन महान वचनों के बारे में बताएंगे, जो महात्मा गांधी कह गए थे और जो हमारे लिए ठीक है और जिस के नक्शे कदम पर हमें चलना चाहिए। क्योंकि महात्मा गांधी केवल इस देश के ही नहीं बल्कि संपूर्ण मानव जाति के लिए एक प्रेरणा है जिन्होंने कभी अपने सिद्धांतों के साथ समझौता नहीं किया ।
आइए जानते हैं महात्मा गांधी के अनमोल विचारों के बारे में [Mahatma Gandhi quotes in Hindi]
गांधीजी के अनमोल वचन

1. हमें पाप और पाप करने से घृणा करना चाहिए और पापी से प्रेम करना चाहिए ।
2. कमजोर कभी क्षमा नहीं मांगते हैं। क्षमा करना तो ताकतवर व्यक्ति की विशेषता होती है।
3. जीवन को कुछ ऐसे जियो जैसे कि तुम पर मरने वाले हो और कुछ सीखो तो ऐसे सीखो जैसे कि तुम हमेशा के लिए जीने वाले हो।
4. हो सकता है कि आप कभी ना जान सके कि आपके काम का क्या परिणाम हुआ लेकिन अगर आप कुछ करेंगे नहीं तो कोई परिणाम भी नहीं होगा।
5. यह स्वास्थ्य ही है जो हमारा सही धन है, इसके सामने सोने और चांदी का मूल्य कुछ भी नहीं है।
6. ऐसा भी हो सकता है कि हम ठोकर खाकर गिर पड़े पर हम उठ सकते हैं, लड़ाई से भागने से तो यह बहुत अच्छा है।
7. अपने बुद्धि और ज्ञान पर जरूरत से ज्यादा यकीन करना मूर्खता का परिचय है। यह याद रखना ठीक होगा की सबसे मजबूत भी कमजोर हो सकता है और सबसे बुद्धिमान भी गलती कर सकता है।
8. अहिंसा मानवता के लिए सबसे बड़ी ताकत है। यह आदमी द्वारा तैयार विनाश के ताकतवर हथियार से अधिक शक्तिशाली है।
9. दुनिया सब के जरूरत को पूरा करने के लिए पर्याप्त है। लेकिन सबके लालच को पूरा करने के लिए नहीं।
10. आपकी जो मान्यताए है वह आपके विचार बन जाते है। आपके विचार आपके शब्द बन जाते हैं। आपके शब्द आपके कार्य बन जाते हैं। आपके कार्य आपकी आदत बन जाती है। आपकी आदतें आपके मूल्य बन जाते हैं और आप के मूल्य आपकी नियति बन जाती है।
11. मैं सिर्फ लोगों के अच्छे गुणों को देखता हूं ना कि उनकी गलतियों को गिनता हूं।
12. मैं निराश होता हूं तो मैं याद कर लेता हूं उस समस्त इतिहास को जिस दौरान सत्य और प्रेम के मार्ग की ही हमेशा विजय होती है। कितने ही तानाशाह और हत्यारे हुए हैं और कुछ समय के लिए वह अजेय लग सकते हैं। लेकिन अंत में उनका पतन होता है।
13. हमेशा अपने विचारों, अपने बचनो और अपने कर्म के प्रति पूर्ण सामंजस्य का लक्ष्य चाहिए ।
14. जीवन की गति को बढ़ाने की अपेक्षा भी जीवन में बहुत कुछ है।
15. तुम मुझे चैन में बांधो या मेरे साथ अत्याचार करो या फिर मेरे पूरे शरीर को नष्ट कर दो। लेकिन तुम मेरे मन को कैद नहीं कर सकते।
16. किसी भी राष्ट्र की महानता उस राष्ट्र के पशुओं के प्रति रहने वाले प्रेम और व्यवहार से पता चल जाता है।
17. जिस दिन एक महिला रात में सड़कों पर स्वतंत्र रूप से चल पाएगी उस दिन से हम कह सकेंगे कि भारत ने स्वतंत्रता हासिल कर ली है।
18. व्यक्ति अपने विचारों से निर्मित होता है। वह जो कुछ भी सोचता है वही बन जाता है।
19. बापू ने कहा था मेरा धर्म सत्य और अहिंसा पर आधारित है। सत्य मेरा भगवान है और अहिंसा उस भगवान को पाने का साधन।
20. एक विनम्र तरीके से ही आप पूरी दुनिया को हिला सकते हैं।
21. किसी चीज पर विश्वास करना और उसे ना जीना बेईमानी है।
22. अगर मुझमें हास्य की भावना नहीं होती तो मैं कब का आत्महत्या कर चुका होता।
23. गरीबी, हिंसा का सबसे बुरा रूप है।
24. क्रोध और असहिष्णुता सही समझ के दुश्मन होते हैं।
25. मनुष्य की प्रकृति हमेशा बुरी नहीं होती। बुरा स्वभाव उत्पन्न हो जाता है, जो प्यार की कमी से होता है। अपने मानव स्वभाव को कभी निराश नहीं करना चाहिए।
26. संतोष प्रयास करने में निहित है ना की प्राप्ति में। पूर्ण प्रयास ही पूर्ण विजय होता है।
27. डर का उपयोग होता है, लेकिन कायरता का कुछ नहीं है।
28. विश्वास कोई बटोरने की चीज नहीं है। यह तो विकसित करनी होती है।
29. एक भी दिल को खुशी देने के लिए प्रार्थना में झुकना 1 हजार सिर से बेहतर होता है।
30. अपनी गलती को स्वीकार करना झाड़ू लगाने के समान है जो सतह को साफ और चमक देता है।
31. कोई भूल तर्क-वितर्क करने से सत्य नहीं बन सकता और ना ही कोई सत्य झूठ बन सकता है इसलिए क्योंकि उसे कोई देख नहीं रहा।
32. अहिंसा को दो प्रकार के विश्वास की जरूरत होती है भगवान पर विश्वास और मनुष्य पर विश्वास।
33. सभी धर्मों के सार एक होते हैं। केवल उनके दृष्टिकोण अलग होते हैं।
34. आंख के बदले आंख पूरे विश्व को अंधा बना देती है।
35. शक्ति शारीरिक क्षमता से नहीं आती है यह एक अदम्य इच्छा शक्ति से आती है।
तो दोस्तों GandhiJi Ke Anmol Vachan में से आपको सबसे अच्छा कौन सा लगा और आपको उससे क्या प्रेणना मिली हमे कमेंट करके जरूर बताए साथ ही गांधीजी के अनमोल वचन पोस्ट को ज़्यदा से ज़्यदा शेयर करे। आशा है आप लोग बापू के आदर्शो को अपने जीवन में उतारेंगे और जीवन को नई दिशा नई राह पर ले जाने में सक्षम होंगे।
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